Saturday, 30 September 2017

दस सिर वाला रावण और करुणा की मूरत राम

दस सिर वाला 'रावण' और करुणा की मूरत 'राम'
एक बहुत ही सुंदर घटना,जो हम बचपन से ही सुनते आए है। वो यूं है कि

राम, दशरत पुत्र, सीता पति । अयोध्या का राजा,
बात उन दिनों की जब राम ने राज गंवाया,त्याग किया,चाहे धोखे से पर शालीनता से उन्होंने कोई विरोध नहीं किया । जंगल गए, बनवास लिया, बहुत सी कठिनाइयां झेली, उनकी पत्नी सीता का अपहरण श्री लंका के राजा रावण द्वारा हुआ।

पत्नी के प्रेम, वियोग, पीड़ा, चिंता ग्रस्त रहे।
उसे ढूंढते ढूंढते दक्षिण भारत पँहुँचे, सेना बनाई, श्री लंका से युद्ध किया, उसे हराया, मार गिराया ।

इस घटना का महत्वपूर्ण क्षण यह है कि कहते हैं कि चलो! कुछ समय के लिए इस घटना के आध्यात्मिक पक्ष से मान भी लेते हैं कि श्री लंका पति रावण के दस सिर थे ।
रावण के वध और श्री लंका की जीत के बाद,अयोध्या की वापसी से पहले राम ने हिमालय जाने का निर्णय करना चाहा । क्योंकि उनके मन मे पक्षाताप था कि उन्होंने हत्या की, पाप किया, वो भी उस व्यक्ति की, जो एक लालची, वासनिक के साथ साथ धार्मिक,तपस्वी, भक्त भी था । या यूं कह लो कि उस रावण के दस सिरों के नौ सिरों में पाप के साथ एक सिर में विवेक और ज्ञान था, जो राम को पक्षाताप की आग में झुलस रहा था।
दस सिर में से कोई अहंकारी, कोई लालची, कोई क्रोध से भरा, किसी मे नफरत, वासना ओर बदसूरती इत्यादि थी, पर एक सिर जिसमें गज़ब की बहादुरी,शक्ति, धार्मिकता,भक्ति, उपासना जैसी खूबसूरती भी थी।

बस, यही एक कारण, रावण का दसवां सिर था, जो बार बार राम के ह्रदय में करुणा, उदारता, पैदा कर रहा था, जो राम पक्षाताप  करना चाहते थे कि उनसे नौ बुराई को समाप्त करने के लिए एक अच्छे सिर यानी एक अच्छाई की भी हत्या हो गई। जिसका उन्हें अफसोस जिंदगी भर रहा।

#GambhirSays

Tongue therapeutics

*Tongue therapeutics*

*1.*Tongue  red - defect in the digestive system
*2.*tongue  white - absente of blood in the body
*3.*tongue white cream - constipation
*4.*Tongue dry - the patient had severe fever
*5.*Tongue yellow - lever bad
*6.*Tongue blue - the difference in blood circulation
*7.*Tongue purple - bleeding in the pulse
*8.*Wounds or blisters in the tongue - not eating properly
*9.*Tongue loose - the brain is inactive
*10.*Tongue black - life ending

Friday, 29 September 2017

Birds/Animal movement

ape (बन्दर) → swings

bear (भालू) → lumbers

bee (मधुमक्खी) → flits

beetle (झींगुर) → crawls

bird (पक्षी) → flies

bull (बैल) → charges

cat (बिल्ली) → steals

cow (गाय) → wanders

Take and give

"एक हाथ दे और एक हाथ ले" की पालिसी(take & give) हर एक पसंद है लेकिन मोस्टली पीपल अपना टाइम अपनों से दूर केवल दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं और नहीं जानते कि हम सभी अपने खुद के जीवन में खुशी चाहते हैं कि नहीं ।
उपरोक्त कहानी भगवान और हमारे अपने रिश्ते के बारे में एक छोटी लेकिन बहुत अच्छी और योग्य कहानी है हमें हर समय,हर वस्तु, हर किर्याओं को करते हुए भगवान से प्रार्थना करना है।

एक दिन भगवान हमारे पास हमें देखने आया था कि हम भगवान को कितना पसंद करते हैं। भगवान सुबह जल्दी ही देखने के लिए आया था। हम बिना उसकी ओर देखते, बिना किसी शब्द के सुन उठकर कमरे में चला गए, हमने स्नान करने के बाद बाथरूम से निकलकर अपना नाश्ता किया और अपने काम (जीविका) के लिए चला गए वहां सारा दिन काम किया, घर आये, अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कुछ अच्छी बात की, कुछ समय फिर से खरीदारी के लिए मार्केट चला गए, रात के खाने के लिए या बाद घर आकर टीवी में अपने कुछ पसंदीदा शो देखकर सो गए।

इस समय के दौरान भगवान सर्वशक्तिमान को याद करने का कोई समय नहीं था। भगवान के साथ हमारा अपना रिश्ता केवल एक तरफा था। एक तरफ संबंध कभी जीवन में सफल नहीं होते हैं जब हम सुबह उठते हैं तो हमें सभी के साथ भगवान से भी संबंध आरंभ करने चाहिए। हमें अब की बार जीवन का एक और दिन देने का भगवान से शुक्रिया अदा करना चाहिए। हमें खाने के लिए भोजन प्रदान करने के लिए धन्यवाद। हमें काम देने के लिए धन्यवाद। पूरे दिन काम के बाद घर वापस आकर धन्यवाद फिर से जीवन के हर एक चरण में हम हमेशा भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं। इसे वास्तविक दोस्ती कहा जाता है और यह हमारे अपने जीवन में वास्तविक बदलाव लाएगा। गुरु और गुरबानी हमें सिखाते हैं कि हम हमेशा भगवान को याद करते हैं, सो रही हैं, जागृत करते हैं, दिनचर्या आदि करते हैं। अब कृपया हम सभी को भगवान ने लिखित इस प्यारे पत्र को पढ़ें। इन कुछ शब्दों के साथ मैं इस पोस्ट को हम सभी के साथ साझा कर रहा हूं। आशा है कि हमें अपने दैनिक जीवन में कुछ वास्तविक अंतर बनाना चाहिए।

Thursday, 28 September 2017

पूरा कश्मीर ही हमारा है।

              जब हम कश्मीर के मुद्दे की बात करते हैं, तो हमारा पक्ष है कि भारत अधिकृत कश्मीर में जो आतंकवाद फैला हुआ है , वो पाकिस्तान की उपज है, पर पाकिस्तान इस आरोप को कभी स्वीकार नहीं करता हैं, और जब हम जोश में कह देते हैं कि पूरा कश्मीर ही भारत का है, तो पाकिस्तान इस घोषणा को सुन कर सकपका जाता है और इस बात को स्वीकार नहीं करता।
वो अपनी बात करते हुए हमारे पक्ष के कश्मीर में फाइनल नतीजे के लिए जनमत संग्रह की मांग करता है।
हमने संयुक्त राष्ट्र में घोषित किया हुआ है कि पूरा कश्मीर हमारा है। कल को  हम इस नीति की भी घोषणा कर सकते हैं कि हम जैसे तैसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्र को भी ले लेंगे।
दो तरीके हो सकते हैं पहला, हमें 1949 के प्रस्तावों की समीक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ को ले जाना चाहिए या दूसरा है युद्ध के लिए आगे बढ़ना और पाकिस्तान कब्जे वाले क्षेत्र को बलपूर्वक वापस लेना चाहिए।
और कोई तीसरा तरीका नहीं है क्योंकि पाकिस्तान खुद कश्मीर के कब्जे वाले क्षेत्र को नहीं छोड़ेगा। जब हम संयुक्त राष्ट्र में घोषित करते हैं कि पूरे कश्मीर हमारे पास है, तो हमें आगे बढ़ना चाहिए और वास्तव में दिखाएं कि पूरे कश्मीर भारत का हिस्सा है ।
और धारा 370 के प्रावधान हमारे संविधान में कोई और जगह नहीं हैं।
                  

Idioms/phrase

All roads lead to Rome: 
सारी कोशिशों का परिणाम एक ही होगा
(many methods will lead to the same result)
There is no use trying hard, all roads lead to Rome. (कठिन प्रयास करने का कोई फायदा नहीं है, सारी कोशिशों का परिणाम एक ही होगा)

get (back) on track: 
पुनः ध्यान केंद्रित करना
(resume focus)
Now when the festive season is over, it's time to get on track.
(अब जब त्यौहार का मौसम समाप्त हो गया है, तो पुनः ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है।)

get off track: 
मुद्दे से भटक जाना (lose focus)
I tried to keep everyone's attention on the few key issues but we got off track in between. (मैंने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर हर किसी का ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की, लेकिन बीच में हम मुद्दे से भटक गए।)

down the road: 
भविष्य में / बाद में
(In the future/ at a later time)
I was asked to collect statistical data that could be useful down the road. (मुझे सांख्यिकीय आंकड़ों को इकट्ठा करने के लिए कहा गया था जो भविष्य में उपयोगी हो सकते हैं।)

end of the line/road:
अंतिम परिणाम/ निष्कर्ष
(the conclusion or final outcome)
It was obviously the end of the road for this television series. (यह स्पष्ट रूप से इस टेलीविजन श्रृंखला के लिए अंतिम परिणाम था।)

fast track:
शीघ्रपथ
(a quick way to accomplish or manage something)
He is on the fast track to success. (वह सफलता के शीघ्रपथ पर है।)

on the right track: 
सही रास्ते पर
(in progress toward a desired result)
You haven't quite got the answer yet, but you're on the right track. (आपको अभी तक जवाब नहीं मिला है, लेकिन आप सही रास्ते पर हैं।)

on the wrong track:
गलत रास्ते पर
(misdirected)
If you suspect me, you are on the wrong track. (यदि आपको मुझ पर संदेह है, तो आप गलत रास्ते पर हैं।)

road show:
राजनीतिक या फिर किसी चीज के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदर्शन
(a promotional tour, as for political campaigning; originally referred to traveling theatrical productions and similar entertainments)
Now a days every party is relying on road show rather than door to door campaign. (आजकल हर पार्टी द्वार-द्वार अभियान की बजाय रोड शो पर निर्भर है।)

one-track mind: 
एक ही लीक पर चलने वाला दिमाग (having a narrow focus)
I wasn't talking about money - you have a one-track mind! (मैं पैसे के बारे में बात नहीं कर रहा था - आपके पास एक ही लीक पर चलने वाला दिमाग है!)

अलोकतांत्रिक अध्यादेश

भारत की नई सरकार के लिए सुझाव
सुझाव नंबर .170
               अध्यादेशों के तहत कार्य अलोकतांत्रिक है

                  जैसे कि हम दावा करते हैं कि हमने लोकतंत्र को अपनाया है और दुनिया के द्वारा परिभाषित परिभाषा के अनुसार हमारे पास लोकतंत्र का विकास है। लेकिन ऑन द रिकॉर्ड है कि कभी-कभी हम इलेक्टिक हाउस से पहले मामले को अंजाम देने के बिना ही अध्यादेशों के तहत काम कर रहे हैं और जब हम इस सिस्टम को अपनाते हैं, यह फैमिली रूल और व्यक्तिगत ऑटोक्रेसी की अलोकतांत्रिक और उप-उत्पाद है और यहां हम सिद्धांत के सिद्धांत पर पकड़ खो देते हैं। जनतंत्र। इसलिए, अध्यादेश जारी करने की विधि से बचा जाना चाहिए, जो शायद ही पहले कभी इसका इस्तेमाल किया गया हो और जब कभी  इस तरह के रास्ते का इस्तेमाल किया जाता है, तो राज्य को एक वर्ष के भीतर पूर्ण 'श्वेत पत्र' के साथ आना चाहिए और इसे लोगों से पहले स्पष्ट करना चाहिए, जिसे वे सेवा देते हैं ।

राज्य को हर एक और इस तथाकथित नोट बंदी अध्यादेश के लिए श्वेत पत्रों के साथ बाहर आना चाहिए ताकि लोग जान सकें कि वे और राज्य के खज़ाने से इन अध्यादेशों से क्या लाभ हो सकता है।
                 

Suggestions to the new government of India
Suggestion No.170.
               Working under Ordinances is undemocratic

                  We claim that we adopted democracy and we have de4veloped democracy as per definition adopted by the world.  But it is on record that at times, we are working under Ordinances without bringing the matter before the elected house and when we adopt this system, it is undemocratic and bye-product of family rule and individual autocracy and here we lose grip on principle of democracy.  Therefore, the method of issuing Ordinances must be avoided and rarely used and when such a method is used, the state must come with complete White Paper within a year and must make it clear before the people, to whom they serve.  The State must come out with White Papers on Bank Account for each one and this Note-Bandi Ordinance so that the people could know what benefit they and the state exchequer could draw from these Ordinances.
                                      E mail  dalipsinghwassan@yahoo.co.in

Tuesday, 26 September 2017

Opposite

Resentful (क्रोधित) - Forgiving (क्षमाशील)

Arrogant (घमंडी) -
Humble (नम्र)

Egotistical (अहंवादी) - Modest (शालीन)

Envy (ईर्ष्या) - Grateful (कृतार्थ)

Sloth (आलस) -
Industrious (मेहनती)

Gluttony (पेटूपन/ लालच) - Sharing (सांझा करना)

Vengeful (बदला लेनेवाला) - Loving (स्नेही)

Sarcastic (व्यंग्यपूर्ण) - Complimentary (प्रशंसात्मक)

Sep63500

Bobby
1200
1000
1000
500
700
______
4400

Etawa
3000
3500
3000
---------
9500

Mun
500
2000
1200
1000
---------
4700

Chd
1000
1300
3300
500
3200
3500
1000
5000 26
500
-------
19300

Knp
2500
500
1500
1000
2000
2000
-----------
9500

DD
7500
1500
2500
---------
11000

Msc
800. कबाड़ी
1500 hrsh
1800 patna
1000 jrnail
------
5100

Tot

----------
52500  co.
11000 Dd
------
63500

Kaka
              2500
               2500
               5000
18717.  3500
1917.   4000
19917  4500

Shanti

(-8640) 9/6/17
Shanti. 
2400  1.717 
3000.10.717
5000 29.717=10400/-
(-8840)10/7/17
4000. 8817.
4500   21817
4000.  29817=12500/-
(-8800)11/7/17
6000   8917
5000   19917
=11000

$hanti due
8900 कमेटी (12/9/17
37000 600/-
--------
459००

काका

Nature Name

SAMARITAN (समैरिटन) - जरूरतमंद की सहायता करने वाला

SADIST (सेडिस्ट) -
जिसे दूसरों को पीड़ा पहुंचा कर ख़ुशी मिलती है

GOURMAND (गुर्मन्ड) -
खाने का बेहद शौक़ीन व्यक्ति

NARCISSIST (नार्सिसिस्ट) - खुद से ही प्यार व आत्मपूजा करने वाला

NOVICE (नोविस)-
किसी क्षेत्र में अनुभवहीन या नया व्यक्ति

ALTRUIST (ऐल्ट्रूइस्ट)-
परोपकार के सिद्धांत का पालन करने वाला

CYNIC (सिनिक) - दूसरों की अच्छाई की निंदा करने वाला

CHAUVINIST (शोविनिस्ट) -
एक विशेष समूह या कारण का अत्यधिक समर्थन करने वाला

Saturday, 23 September 2017

Linkers

Come what may ⇒ चाहें जो हो जाए

This means that ⇒ इस का मतलब है कि

At least ⇒ कम से कम

In addition ⇒ इसके साथ – साथ

To start with ⇒ शुरु-शुरु में

Also ⇒ भी

By and large ⇒ धीरे-धीरे

Apart from ⇒ इसके अलावा

In the heart of heart ⇒ दिल ही दिल में

In the heart of heart ⇒ दिल ही दिल में

By the by ⇒ बात-बात में

Besides ⇒ के अतिरिक्त

In broad day light ⇒ दिन दहाड़े

It’s for this reason ⇒ यही वजह है कि

Moreover ⇒ इसके अलावा

With the passage of time ⇒ समय के साथ-साथ

For a short time ⇒ थोड़ी देर के लिए

Unlike ⇒ के विपरीत

All Across ⇒ सभी तरफ से

Thursday, 21 September 2017

सिख बनाम विध्यार्थी

विध्यार्थी  शिष्य  सिख
यदि हम सारी उम्र विध्यार्थी बने रहने के लिए तैयार हैं तो हम अपने जीवन में किसी भी समय नई बात सीख सकते हैं। यदि हमने  बने रहना वास्तविकता में सीख लिया, तो पूरी दुनिया आपके सामने खुल जाती है।”
आपकी जानकारी के लिये बता दूं कि विध्यार्थी यानि शिष्य, जिसको पंजाबी में "सिख" कहते हैं । यही हमारा धर्म है।
सरल शब्दों में 'सिख' की परिभाषा विध्यार्थी है, जिसे हमारे गुरुओं ने शिक्षा बतौर ब्राह्मंड, प्रकृति,समाज , परिवार से लेकर स्वंयं के जन्म से संबंधित ज्ञान की बातें और उन के प्रति अनुशासन सिखाया जाता है।
जैसे कहा जाता है और गुरु जी की विचारधारा है कि जन्म से, वंश से जाति या समाज से किसी का कोई धर्म तय नहीं होता । जैसे हिंदू धर्म में जनेहु और मुंडन की रस्म या मुसलमानों में सुन्नत की रस्म होती है, वैसी "सिख बनने की कोई ऐसी रस्म नहीं है । ( पांच ककार तथा अमृत पान की जो मर्यादा हैं वो स्वच्छता, आचरण, सुरक्षता व वहम-भृम से दूरी बनाए रखने के प्रतीक हैं व एक शपथ है)
देखा जाए तो जिस किसी की ऐसी कोई रस्म नहीं हुई है , वो तो नैचुरल ही 'सिख' हुआ, पर ऐसा इसलिए नहीं है कि, जैसा मैंने पहले बताया कि सिख यानि विध्यार्थी को सर्वप्रथम अक्षर का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यदि अक्षर ज्ञान नहीं होगा, तो वो इंसान कैसे जान पाएगा कि जो कुछ अपने ब्राह्मंड, प्रकृति , देश, समाज जाति, परिवार या स्वंय के निजी कार्यों में जो किर्याएँ हो रही हैं , वो असल में धर्म है या कर्मकांड ।
सिख धर्म के गुरुओं ने स्वंय तथा अन्य धर्म , समाज, जाति के बुद्धिजीवी , व् प्रभु के भक्तों की कही-लिखी वाणी को एक ग्रन्थ में अनेक रागों सहित संपादित कर बाँध कर समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया है । जिसे हम "गुरु ग्रन्थ साहिब' कहते हैं।
यह ग्रन्थ पूजनीय तो है ही, साथ में इस की प्रमुखता या गुणवत्ता जो है, वो इसमें लिखे अक्षरों को जोड़ कर बने शब्द के अर्थ अथवा भावार्थ जान कर होती है , जिसे दुनिया के किसी समाज, धर्म के लोग बिना किसी पाबन्दी या बिना किसी विशेष भाषा को सीखे बगैर ले सकता है ।
हमारा मानना है और आज़माई हुई बात है कि इन पूजनीय गुरु ग्रन्थ साहिब जी के किसी भी एक शब्द को बिना विशेष तौर पर चुने, कोई भी अध्यन करले, उसकी कोई भी निजी उलझन या शंका का निवारण उसे मिल जाएगा ।
जारी।
सीरियसली 

घुटने टेक देना ।


एक कहावत तो सब ने सुनी ही होगी, "घुटने टेक देना" यानि "हार मान लेनी" ।

हम लोग रोज़ाना ही अपने अपने ईष्ट को मानते हुए अपने धर्म गुरुओं के कहे अपने अपने धर्म स्थान जाकर उन्हीं के बताए धर्म ग्रन्थों को घुटने जमीन पर टिका कर माथा टेकते हैं, पर असल में उन्हीं धर्म ग्रन्थों में लिखे उन्हीं के विचारों पर गौर नहीं करते।

पर फिर भी उपरोक्त मुहावरे के भावार्थ  के अनुसार अपना "आप" यानि हउमै (हूँ और मैं) से पनपी अपनी आदत छोड़ नहीं पाते।

जब कोई किसी को अपने आप को सुपुर्द करता है, तो उसकी अपनी कोई औकात नहीं रह जाती, उसका मालिक, गुलामी का पट्टा उसके गले में बांध, नाक की नथुनी से रस्सी डाल, पीछे से डंडा फंसा इतनी ज़ोर से दौड़ाना, मन मुताबिक कोहलू नुमा चौबीस घण्टे की डयूटी की कल्पना से ही जब हमारा शरीर डर से थरथराता है कि पूछो ही मत!
पर हमारे गुरु जी ने हमसे कभी हमारी सपुर्दगी वक्त कभी ऐसे टास्क नहीं दिया, फिर भी हम इतने आलसी हैं कि अपने मन और शरीर को उनके बताए पांच विकारों पर ही कंट्रोल नहीं कर पाते। मानवता की सेवा, परोपकार, दया भाव लाना, बांट कर खाना और निम्रता जैसे स्वभाव को पा लेना दूर की बात है। उन जानवरों की उपरोक्त गुलामी से अगर हम अपनी मर्यादाओं की तुलना करें तो हम को जिंदगी जीने के नियम कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं।

Wednesday, 13 September 2017

Dr Hasti


Practo has not received required documents and medical registration number for Dr. K.B. Hasti.

Upload and claim

Dr. K.B. Hasti

MBBS, DNB

Neurologist 38 years experience

Info

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Consult Q&A

Health Feed

About Dr. K.B. Hasti

Consultant

Fees

₹ 800 for regular consultation

NOTE:This fee is indicative and may vary.

Practices At

Shalimar Bagh - 

Neuro Clinic

Manish Chambers, F-6, 1st Floor, Landmark-BN Block Local Shopping Centre.

Timings

MON6:00 PM

 8:00 PM

TUE6:00 PM

 8:00 PM

WED6:00 PM

 8:00 PM

THU6:00 PM

 8:00 PM

FRI6:00 PM

 8:00 PM

SAT6:00 PM

 8:00 PM

This profile is unclaimed.

Claim Profile

Also Practices At

Max Hospital

HBT Twin Tower, Wazirpur District Centre

Tirath Ram Shah Hospital

2, R.B.L. Isher Das Sawhney Marg, Rajpur Road

Monday, 4 September 2017

Comment

People tend to forget their duties but remember their rights.

लोग अपने कर्तव्य भूल जाते हैं लेकिन अपने अधिकार उन्हें याद रहते हैं।

4.

Act as if you were already happy and that will tend to make you happy.

इस तरह से कार्य करें जैसे कि आप पहले से ही खुश हैं तथा इसके परिणामस्वरुप आप खुशी प्राप्त कर लेंगे।

what matters most is how well you walk through the fire