आज और अभी मुझे सपना आया कि मेरा वर्चस्व, जो पिछले 35 सालों से कायम था, को मेरे ख़ुद के समधी ने ढाह दिया है, ढहाया नहीं, ढहाने के पूरे प्रबन्ध कर लिए हैं।
यह सपना मैं इसीलिये लिखित में कर रहा हूँ कि कोई कहे न कि मुझे इस बात का अनुमान था तो हमें सावधान क्यों नहीं किया।
इसी सपने के दौरान मुझे इस बात की सबसे बडीं हैरानगी हुई कि ये सब पूरे सुनियोजित ढंग व मेरी बेटी बनी बहू की निगरानी व मदद से हुआ। कि किस तरह से उसने अपने पापा को मुझसे अपनी पिछली गलतियों की माफी मंगवाई, फिर भरत मिलन हुआ, पागल होने का नाटक किया,सबूत इकठ्ठे करके दिये, मुझसे कबूल करवाया, बन्द करवाने की धमकी दी, पैसे की डिमांड रखी और मेरा घर बर्बाद कर दिया।
सपने के आने के बाद लगभग एक घण्टे में लिखे इस लेख में जो बात समझ नहीं आई , वो यह कि मेरे या मेरे परिवार के लोगों के इस अंजाम से उस बेचारी निक्की (मेरी बहु) को क्या मिला, जिसे मैंने एक बेटी और लगभग 13 साल से अपनी भावी बहू बनाने की सोच रखी थी और सब सगे संबधियों को, उनके न कहे जाने के बावजूद मनाया, धूम-धाम से शादी की। जबकि उधर से समधी के व्यहवार, आर्थिक समस्या, उसकी आदतों की पूरी जानकारी थी। और यह भी पता था कि मेरी भावी बहु मेरे बेटे से थोड़ा अधिक पढ़ी-लिखी है।
पर यह सोच कर कि बहु पढ़ी-लिखी होगी तो आने वाला उनका भविष्य, बच्चे कुशल व कामयाब कहलायेंगे।
और इधर मेरा बेटा, जयदीप सिंह, मेरा भगवान साक्षी है या हम, उसको किसी प्रकार का कुसंगत, नशे, जैसा कोई ऐब नहीं है, स्वभाव, कुशलता, शराफत, जैसी गवाही तो हमारे पड़ोसी तक दे सकते हैं, मेरे कुछ कहने की जरूरत नहीं हैं। जिस पर मुझे फख्र हैं।
पिछले दिनों हमारे यहां पुलिस आई तो, जैसे मेरी बीवी को जैसे गश आ गया, वो पूरी तरह से टूट गई है। जिसका रिकॉर्ड है कि वो कभी किसी भी समस्या से घबराई नहीं। रही बात पुलिस की बात । वो उससे घबराने व वाली औरत नहीं है। वो तो अपनी बहू के स्वभाव, उसके इनएक्टिव रवैये, आलसी पन, किसी प्रकार के कोई काम न कर पाने की दिलचस्पी को देख कर भी नहीं घबराई, बल्कि वो तो अपनी बेटी जैसी बहु को हमारे जैसे बनाने व ढालने में पूरी तरह से तैयारी में थी। पर वो तो अपने बेटे, बहु, पोते के आने वाले भविष्य को देख, घबराई कि समधी परिवार क्यों अपनी बेटी को शह देकर, बिगाड़ कर, उल्टी सीधी पट्टी पढ़ा, उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है? भला हमारे घर क्या कमी है? उसे ऐसा कर क्या मिलेगा?
मेरी बहु के न कोई देवर है न नन्द, न भुआ, सबसे अलग रह रहा हमारा छोटा परिवार का हमारे रिश्तेदारों से न कोई प्रोपर्टी का झगड़ा, अपना मकान, गाड़ी, यहां तक की राशन का स्टोर भी हर समय भरा रहता है और सबसे बड़ी बात उसका अपना छोटा बेटा, जिसे हुए अभी तीन महीने हुए है। उसके होने से पहले या बाद में कोई कमी पेशी, खर्चे में रुकावट रखी हो, तो वो बताये। फिर वो क्यों समझ नहीं पा रही है कि यही परिवार ही उसका सभी कुछ है। हमने न कभी उसे किसी काम को जबरदस्ती करवाना चाहा, न उसके मायके परिवार से कोई सम्मान, सामान की डिमांड रखी, न कभी नौकरी करने को कहा। फिर मझे अब भी अंदाजा यही लग रहा है कि इस भरे पूरे परिवार में कोई भयानक घटना हो कर रहेगी।
हो सकता है, और मेरी खुद की दुआ है कि ऐसा न हो, वो सुधर जाए। फिर भी अपने सुबह के सपने व मेरे पक्के अंदाजे से आप सब को एडवांस में अवगत कराने की ड्यूटी समझ यह सब अपने ब्लाग में आज की डेट 11 मार्च सुबह 6 बजे 2018 को यह सब लिख पा रहा हूँ।
और आप सब से जिसने भी मेरे होते या मेरे बाद यह सब पढ़ा होगा , मेरे को या औरों को उस भयानक घटना से बचने के उपाय का अपना सुझाव रखें। धन्यवाद।
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