Friday, 30 September 2016

How To Concentrate In Studies

#HowToConcentrateInStudies
#Education

How to Concentrate in Studies Without Bothering Others Around
So, you have problems associated with your studies. Most pupils have to learn to deal with these problems. Just try this article to help you out!

#Steps 1
Wake up early to brush up your lessons before going to school without bothering your family or others. Waking up early relieves us from our morning rush to school. It also has a a positive impact on us during the day-time. See whether morning hours are the best time for studies when you are fresh.

2, Listen to your teachers well without causing distractions. Even if you can't listen to your teachers because of thoughts or noisy students, just try to grasp as much as you can with the the fullest concentration you can find within.

3, Ask any doubts you may have. Clear your doubt of meanings and understandings or what the assignment is with your teachers or friends.

4, Sit with your back straight. Sitting like this can increase your attention and concentration power. And don't lean on your desk. This can make you doze off in your classroom.

5, Don't go for self-study all the time. Group study can be a great way to study. After each and every class you can discuss the concept amongst your fellow classmates. This can increase your depth, perspective, memory power and might be quite interesting too.

6, Prioritize your time. List your objectives, assignments and activities, and put them in order of importance. Do something that is immediately possible or can be started to be finished when it reaches enough importance.

7, Stay on focus, especially in group studies, not interrupting the groups too often.

#Tips:
Be on your task, and don't stray off topic on tangents।

#Warnings

Don't have group studies the day before your examination.
Don't quarrel with your teachers.

#ReadSomeWhere

Thursday, 29 September 2016

मेरे पापा....

मेरे पापा ।
एक फरिश्ता, बेशक 11 साल की उम्र में मेरा साथ छोड़ गए। छठी क्लास में पढ़ते बच्चे को क्या मालूम कि इस उम्र में छूटा बाप का प्यार, उसे जिंदगी की कितनी ठोकरें खाने को मजबूर कर सकता है ।

जितना मुझे याद है जैसे मुझे बताया गया कि पाकिस्तान बनते समय जो देश का विभाजन हुआ, उसमे उसपार से इसपार आने में जो परेशानियां मेरे पिता ने झेलीं, माता का नाम इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्हें उनके माँ बाप यानि मेरे नाना नानी, दंगे फसाद होने से पहले ही किसी आभास के होते दिल्ली ले आए थे । जैसे मैंने सुना पिताजी उन दिनों अपना सब कारोबार मकान छोड़ कर अपनी पगड़ी में एक सोने की अंगूठी छुपा कर किसी अनजान आदमी के ट्रक पर बैठ कर दिल्ली आए थे।
        अपनी मां के कहे मुताबिक़ कि वो शुरू से ही एक शरीफ खानदान, मंडी भावलदीन में कपास का व्यपार करने वाले तीन भाइयों में से बड़े और हिन्दू परिवार के बड़े पुत्र को सिख बनाने की परंपरा से बने अमृतधारी सिख, ईमानदार और मेहनती इंसान होने के नाते कोई भी मेहनत वाले काम से गुरेज ना करने वाले मेरे पिता ने रोशनारा रोड़ दिल्ली की गलियों में फल फ्रूट और उनका जूस , हाथ की चलती मशीन से लगातार 25 साल, एक पैर खड़े बेचा है ।
और जब हमारे जब तक बड़े भाई बड़े हुए , सन 1975 की एमर्जेंइसी के दिनों मजबूरी वश वो रेहड़ी जिस की बदौलत उन्हें बाद में तहबाजारी का लाइसेंस मिला था, छोड़नी पड़ी।
खाली बैठते ही वो बीमार हो गए। शुगर की बिमारी ने उन्हें जकड़ लिया । और काम छूटने और बीमार रहने के डेढ़ साल में ही उनकी मृतयु हो गई ।

जब तक पिताजी के बड़े बेटे और मेरे बड़े भाई की शादी हो चुकी थी । और मेरे पिताजी की मेहनत से बचे पैसों से हमने अपना मकान भी खरीद लिया था और उस रेहड़ी के तहबाजारी के लाइसेंस की बदौलत मिली सदर बाजार की दूकान के सुख, वो खुद नहीं देख पाए ।

बस आज इतना ही।

#मेरीडायरी

जीवन जीने की कला

सुख-दुख का संबन्ध, बाहर की वस्तुओं में कम, मन में अधिक होता है ।
धनवान हो या गरीब,
काला हो या गोरा,
इस देश का हो या विदेशी,
साक्षर हो या अनपढ़,
मन के विकार सब एक जैसे होते हैं ।

किसी के कम या किसी के अधिक
किसी ने अभ्यास द्वारा काबू पा लिए कोई ना पा सका ।
ऐसा नहीं कि महलों में रहने वाला दुखी नहीं होता ।
ऐसा भी नहीं कि विदेश में रहने वाला सुखी है।
ये सब मन के खेल हैं ।
ऐसा भी है कि झुग्गी में रहने वाला खुश है, और कोठी में रहने वाला दुखी ।
ऐसा नहीं कि जगह बदलने से हमें शांति मिलेगी । जगह बदलने के बजाय हमें अपना मन बदलना है, मन मज़बूत करना है ।

हालात कैसे भी हों, मन दुखी नहीं होना चाहिए ।
हर बीत जा रहे पल का लुत्फ़ उठाओ । जो बीत गया, उससे सबक सीखो। जो हो रहा है, उसमें दिलचस्पी लो ।
सोचो! कि आने वाला समय भी हंसी-ख़ुशी में बीत जाएगा ।
हर दिन को त्यौहार की तरह मनाते हुए, जीवन को खुश मन से जीना ही जीवन जीने की कला है ।

ਸੁੱਖ-ਦੁੱਖ ਦਾ ਤਾਲੂਕ ਬਾਹਰ ਦੀ ਚੀਜਾਂ ਵਿੱਚ ਘੱਟ, ਮਨ ਵਿੱਚ ਜਿਆਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ/ ਜੇ ਇੰਜ ਕਹੀਏ ਕਿ ਸੁੱਖ-ਦੁੱਖ ਮਨ ਵਿਚ ਹੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ/ ਅਮੀਰ ਹੋਏ ਜਾਂ ਗਰੀਬ, ਕਾਲਾ ਹੋਏ ਜਾਂ ਗੋਰਾ, ਇਸ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਹੋਏ ਜਾਂ ਵਿਦੇਸ਼ ਦਾ, ਪੜਾ-ਲਿਖਾ ਹੋਏ ਜਾਂ ਅਨਪੜ, ਪਰ ਮਨ ਦੇ ਵਿਕਾਰ ਸਭ ਵਿੱਚ ਇਕੋ-ਜਹੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ/ ਕਿਸੀ ਦੇ ਘੱਟ/ ਕਿਸੀ ਨੇ ਅਭਿਆਸ ਨਾਲ ਇਸ ਤੇ ਕਾਬੂ ਪਾ ਲਿਆ, ਕੋਈ ਇਨਾਂ ਤੇ ਕਾਬੂ ਨਹੀਂ ਪਾ ਸਕਿਆ/ ਐਸਾ ਨਹੀਂ ਕਿ ਮਹਲਾਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਦੁਖੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ/ ਐਸਾ ਵੀ ਨਹੀਂ ਕਿ ਵਿਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਖੁੱਸ਼ ਹੀ ਹੈ / ਇਹ ਸਭ ਤੇ ਮਨ ਦਾ ਖੇਡ ਹੈ / ਐਸਾ ਵੀ ਹੈ ਕਿ ਝੋਪੜੀ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਖੁੱਸ਼ ਹੈ/ ਪਰ ਮਹਲ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਦੁੱਖੀ / ਐਸਾ ਨਹੀ ਹੈ ਕਿ ਜਗਾਂ ਬਦਲਣ ਨਾਲ ਖੁੱਸ਼ੀ ਮਿਲੇਗੀ / ਐਸਾ ਵੀ ਨਹੀਂ ਕਿ ਵਿਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਰਹਿਣ ਨਾਲ ਸੁੱਖ ਮਿਲੇਗਾ / ਜਗਾ ਬਦਲਣ ਤੋਂ ਬੇਹਤਰ ਹੈ ਕਿ ਆਪਣੇ ਮਨ ਨੂੰ ਬਦਲੋ ਅਤੇ ਮਨ ਨੂੰ ਮਜਬੂਤ ਕਰਦੇ ਜਾਓ/ ਹਾਲਾਤ ਕਿਦਾਂ ਦੇ ਵੀ ਹੋਣ ਮਨ ਦੁੱਖੀ ਨਹੀੱ ਹੋਣਾ ਚਾਹਿਦਾ ਹੈ/ ਹਰ ਬੀਤੇ ਪੱਲ ਦਾ ਲੁਤਫ ਲਓ / ਜੋ ਬੀਤਾ ਚੁਕਿਆ ਹੈ ਉਸਨੂੰ ਸੁਚ ਕੇ ਕੁੱਝ ਸਿੱਖੋ/ ਜੋ ਹੋ ਰਿਆ ਹੈ ਉਸ ਵਿੱਚ ਦਿਲਚਸਪੀ ਲਓ/ ਸੋਚੋ, ਕਿ ਆਉਣ ਵਾਲਾ ਸਮਾਂ ਵੀ ਐਸੇ ਹੀ ਹੰਸੀ-ਖੁੱਸ਼ੀ ਬੀਤ ਜਾਵੇਗਾ/ ਹਰ ਦਿਨ ਨੂੰ ਤਿਉਹਾਰ ਦੀ ਤਰਾਂ ਮਨਾਉੰਦੇ ਹੋਏ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਖੁੱਸ਼-ਮਨ ਨਾਲ ਜਿਣਾ ਹੀ ਜੀਵਨ ਜੀਨੇ ਦੀ ਕਲਾ ਹੈ/

Tuesday, 27 September 2016

HardWork

किसी का #Planning करना अच्छी बात है, पर उसको #HardWork में बदलना बहुत जरूरी है ।

किसी के द्वारा किया गया #HardWork  की असली कीमत, तब पता चलती है, जब हम थोड़ी ही सही, पर कद्र करके देखें ।

किसी भी काम के लिये किये जाने वाला #HardWork, भले ही  ऊंचाइयों तक ना पहुंचाए, पर उसके बराबर जरूर खड़ा कर देगा ।

Monday, 26 September 2016

हाई कोर्ट का जज ।

एक समय एक व्यक्ति, जो बार-बार अपना परिचय "हाई कोर्ट का जज" के नाम से कराता था ।

एक बार छुटियों में एक जंगल शिकार के लिए घूमने निकला और शाम ढलते ही रास्ता भटक गया ।

क्योंकि जंगल का माहौल था, वह रात बिताने के लिये कोई जगह ढूंढने की कोशिश करने लगा, तभी उसे दूर कहीं लालटेन की रौशनी नज़र आई और उस तरफ चल पड़ा, देखा तो वहां एक झोपड़ी नुमा मकान था, जिसका दरवाज़ा खटखटाने पर एक 30-35 साल की महिला ने खोला, जो दिखने में सुंदर थी।

जज ने महिला को अपनी मज़बूरी बताते हुए एक रात गुजारने को जगह मांगी, तो महिला ने कहा कि वो घर पर अकेली है ।
महिला की शंका भांपते हुए उसने कहा कि आप मुझ पर विशवास करें, '

मैं हाई कोर्ट का जज हूँ।"

उस सुंदर महिला ने रात बिताने की इजाजत दे दी। महिला ने जज साहिब को हाथ मुहं धुलवा कर खाना खिलाया।
जब जज साहिब आराम के लिये दूसरा बिस्तर ढूंढने लगे, तो उस महिला ने बताया कि मेरे यहां बिस्तर भी एक है, तो जज ने उस महिला को फिर से तसल्ली दी। कि मुझ पर विशवास रखिये

"मैं हाई कोर्ट का जज हूँ" ।

महिला मन मसोस कर एक तरफ पीठ कर सो गई और जज साहिब दूसरी तरफ।

सुबह हुई। जज साहिब अंगड़ाई लेते हुए उठे और बाहर टहलने को निकले, तो बाहर देखा कि इस महिला ने बहुत सारे मुर्गे पाल रखे हैं, जबकि मुर्गी एक !

उससे रहा ना गया और महिला से पूछ ही बैठा कि लोग मुर्गी पालन के धंधे में मुर्गियां अधिक रखते हैं और मुर्गे एक या दो, आपने इसके उल्ट कर रखा है।

ऐसा क्यों?

उस जज के प्रश्न का जो उत्तर इस सुंदर महिला ने जो दिया वो मेरी समझ में तो आ गया, पर आप को समझ आया कि नहीं, वो तो आपके लाइक् और कमैंट्स बतलायेंगे ।

क्लाइमेक्स में इस महिला ने जो उत्तर दिया , वो यह है "इनमें मुर्गा तो सिर्फ एक ही है,

बाकि सभी  "हाई कोर्ट के जज हैं""!

(कहानी, मेरे विषय से हटकर है, क्षमा सहित)

Saturday, 24 September 2016

एक मुर्ख व्यक्ति,

*The misfortune of the wise is better than the prosperity of the fool*.”

              "मूर्ख व्यक्ति की समृद्धता से समझदार व्यक्ति का दुर्भाग्य कहीं अधिक अच्छा होता है.”

        एक मुर्ख व्यक्ति, एक समझदार व्यक्ति से कहीं ज्यादा परमात्मा के नज़दीक हैं, क्योंकि उसमें दुनिया के कहे जाने वाले विकार दूर-दूर तक नहीं है ।

         एक मुर्ख व्यक्ति को ख़ुशी-ग़मी, दुःख -सुख, दोस्त -दुश्मन, जीवन-मरण इत्यादि की समझ ना हो पाने से, सबसे अधिक निश्चिन्त है ।

          एक मुर्ख व्यक्ति केवल बोलना-सुनना, भूख-प्यास , सोना-उठना और नितकिर्या के अतिरिक्त ऐसा कुछ नहीं जानता, जिससे उसका इस संसार की वस्तुओं से मोह पैदा हो।
           रही बात, प्यार की । वो अगर जो मिले, उसे वापिस लौटाना जानता है, वो प्यार चाहे मां-बाप, भाई-बहन, मित्र का हो या प्रभु की चाहत का ।

       तभी हम अक्सर इस सांसारिक भाषा में मुर्ख कहे जाने वाले व्यक्ति को मंदिर, मस्जिद अथवा गुरद्वारे की सीढ़ियों पर बैठा देखा करते हैं।

             क्योंकि हम , मोह-माया, लोभ, काम-क्रोध व असन्तोष की अग्नि या जिसे धार्मिक भाषा में विकार कहते हैं, के परिणाम को जानते बुझते भी, पालते हैं, इनके गुलाम हैं,फिर भी अपने को बुद्धिमान कहते है । और ये 'मुर्ख' (मन्दबुद्धि) हमसे कई दर्ज़ा अच्छे, भले और हमसे अधिक परमात्मा के नज़दीक हैं । जारी......

*गुरमीत सिंह 'गंभीर'*

Wednesday, 14 September 2016

सुंदरता का व्यख्यान

किसी की सुंदरता की तारीफ़ करने के लिए सामान्यतः beautiful शब्द का प्रयॊग करते हैं। अब इसके आलावा कुछ और शब्दों को जानें जिससे आप किसी की तारीफ कर सकते हैं।
Cute (अति सुन्दर/ आकर्षक) --> इस शब्द का प्रयोग मासूमियत को बताने के लिए किया जाता है।
Adorable (पूजनीय/ बहुत ही आकर्षक) --> इसका उपयोग किसी को आकर्षक या पूजनीय बताने के लिए किया जाता है।
Attractive (मनमोहक/ आकर्षक/ सुन्दर) --> किसी के लुक्स को अच्छा बताने के लिए इस शब्द का उपयोग होता है।
Beautiful (सुंदर) --> किसी को सुंदर कहने के लिए यह सर्वाधिक उपयोग होने वाला शब्द है।
Pretty (सुन्दर) --> यह शब्द प्रायः लड़कियों के looks को बताने के लिए होता है।
Gorgeous (शानदार/ भव्य) --> जब किसी को देख कर आंखें खुली रह जाएं तब इस शब्द का प्रयॊग होता है। यह Beautiful से अधिक प्रभावशाली शब्द है।
Exquisite (अत्युत्तम/ उत्कृष्ट) --> यह एक highly decorated शब्द है जिसका प्रयोग नजाकत भरी खूबसूरती बताने के लिए होता है जो सामान्य ना हो।
Stunning (अद्भुत/ आश्चर्यजनक) --> यह शब्द बहुत अधिक खूबसूरत व्यक्ति के इस्तेमाल होता है।
Radiant (उज्जवल/ चमकदार) --> चमकदार व खुशमिजाज चेहरे के विषय में बात करते समय इस शब्द का प्रयॊग होता है।
Divine (दिव्य/ पवित्र) --> यह शब्द ईश्वरीय सुंदरता को बताने के लिए उपयोग किया जाता है। नवजात शिशु की सुंदरता को बताने के लिए यह सबसे उपयुक्त शब्द है।

Tuesday, 13 September 2016

Message of festival

Messages for festivals:

1. My heartfelt wishes for you on this auspicious occasion. (इस पावन पर्व पर मैं आपको दिल से बधाइयां देता हूँ.)

2. May this occasion bring you a lot of happiness and prosperity. (यह अवसर आपको बहुत सी खुशियां और समृद्धि दे.)

3. I wish you all the love and luck on this festival! Enjoy and stay happy! (इस त्यौहार पर मैं आप सभी के लिए प्यार और अच्छे भाग्य की कामना करता हूँ. मज़य करें और खुश रहे!)

4. I wish I could come down to celebrate with you. Have a blessed day! (काश यह त्यौहार मनाने के लिए मैं वहाँ आ पता. आपका त्यौहार अच्छा रहे!)

5. To the crazy nights and the family get together! Cheers! (उन खुशनुमा रातों के लिए और परिवार के मेल मिलाप के लिए! cheers!)

6. May this occasion bring you everything you desire, in abundance! (यह त्यौहार आपको वो सब अधिक से अधिक दे जो आप चाहते हैं!)

7. May this occasion be the beginning of a new and beautiful chapter in your life. (काश यह अवसर आपकी ज़िन्दगी में एक नए और खूबसूरत कहानी की शुरुआत हो.)

8. May this day bring peace and harmony in your life! (यह त्यौहार आपकी ज़िन्दगी में शान्ति और एकता लाये!)

9. I wish you and your family on this blissful occasion! (आपको और आपके परिवार को मैं इस खुशनुमा त्यौहार की शुभकामनाएं देता हूँ!)

10. May you always be blessed with happiness and everything you desire! (आपको हमेशा खुशियां और वह सब मिलता रहे जो आप चाहते हैं.)

11. May God fulfill all your wishes on this beautiful occasion! (इस खूबसूरत पर्व पर भगवान् आपकी सारी इच्छाएं पूरी करे.)

12. The atmosphere is filled with the spirit of mirth and love! Enjoy this day of joy and togetherness. (माहौल ख़ुशी और प्यार से भरा है! खुशहाली और एकजुटता के इस दिन का आनंद लें.)