Monday, 31 October 2016

पुराने दोस्त

*चलो कुछ पुराने दोस्तों के ,*
               *दरवाजे खटखटाते है !*
*देखतें हैं उनके पंख थक चुके*
         *या अभी भी फड़फड़ाते है !*

*हँसते हैं खिलखिलाकर, या*
         *होंठ बंद कर मुस्कुराते हैं !*
*बताते है सारी आपबीती, या*
         *सिर्फ सफलताएं सुनाते हैं !*

*हमारा चेहरा देख वो ,*
     *अपनेपन से मुस्कराते है !*
*या घडी की और देखकर ,*
    *हमें जाने का वक्त बताते हैं !*

*चलो कुछ पुराने दोस्तों के ,*
            *दरवाजे खटखटाते है !   *Happy Diwaali*

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