Wednesday, 14 December 2016

बलिहारी_गुर_आपणै.(असा दी वार 2)

#बलिहारी_गुर_आपणै..

मैं अपने गुरु ऊपर एक दिन में सौ बार बलिहार ( न्योछावर*) जाता हूँ ।

जिस गुरु ने मनुष्य से देवता बना दिया, तथा बनाते हुए क्षण-भर का समय भी नहीं लगाया।

#जे_सउ_चंदा_उगवहि..

यदि एक सौ चन्द्रमा, और हज़ारो सूरज अपनी रौशनी कर दें, तो इतना प्रकाश होने पर भी, गुरु के बिना घना अँधेरा है ।

#आसा_दी_वार
Page 2
*#Sacrifice

No comments:

Post a Comment