Wednesday, 14 December 2016

कमैंट्स (आसा दी वार)

जब किसी राज्य में अकाल पड़ जाये या बाढ़ आ जाये  तो केन्द्र सरकार, दूसरे राज्य के मुख्य मंत्री तथा अधिकारी लोग अन्न, कपड़े आदि कि जरूरतें पूरी करते हैं

पर यदि कहीं  #सत्य' का अकाल पड़ जाये  तो इस आवश्यकता को वो ही मनुष्य पूरा करेगा जिसके पास पहले से ही 'सत्य' होगा।

#भुत_प्रेत कोई कोई अलग से जून नहीं है | मनुष्य के जीवन में जब सत्य पंख लगा कर उड़ जाता है,तो मनुष्य से बड़ा कोई भुत  बेताल नहीं । सत्य न होने से यह मनुष्य अपने जीवन को कोड़ जैसी बिमारी लगा बैठा है ।

गुरू ग्रन्थ साहिब में #आसा_दी_वार' नाम की वाणी में इस सच्चाई को बहुत अच्छी तरह से समझाया गया है ।

No comments:

Post a Comment