Tuesday, 27 December 2016

By His Commend....

#Oh_Nanak,  This world is the room of the #True_Lord;
Within it is the #Dwelling of the True Lord.

#Oh_Nanak,  This world is the room of the #True_Lord;
Within it is the #Dwelling of the True Lord.

By His #Commend,

Some are #Merged into Him,
And some Are #Destroyed.
Some, by the #Pleasure of His #Will,
Are Lifted up out of #Maya, while
Others Are made to #Dwell within it.

No one can say who will be #Rescued.

He alone is known as #Gurmukh,
Unto whom the #Lord, reveals #Himself

यह संसार प्रभु के रहने का स्थान है, वह इस में रह रहा है।

कई जीव परमात्मा के आदेश अनुसार,इस संसार समुन्द्र में रहते विकारों से बच कर उसकी कृपा दृष्टि में रहते हैं, और कई उसके आदेश अनुसार विकारों से ग्रस्त रहते हैं।

कई जीव उसके आदेश अनुसार, मोह-माया के लालच से निरोल निकल जाते हैं , पर कई जीव लालच वश फंसे रह जाते हैं।

यह बात बताई नहीं जा सकती कि परमात्मा किसको अपनी प्रशंसा का पात्र बना उसकी किश्ती पार निकाल देता है ।

हे नानक, जिस कारण, जीव को भाग्य (कृपा-दृष्टि) से इस का प्रकाश होता है, उसकी समझ गुरु द्वारा ही बनती है ।

#Aasa_di_Waar #SGGS page 7 Cont..

Some are #Merged into Him,
And some Are #Destroyed.
Some, by the #Pleasure of His #Will,
Are Lifted up out of #Maya, while
Others Are made to #Dwell within it.

No one can say who will be #Rescued.

He alone is known as #Gurmukh,
Unto whom the #Lord, reveals #Himself

यह संसार प्रभु के रहने का स्थान है, वह इस में रह रहा है।

कई जीव परमात्मा के आदेश अनुसार,इस संसार समुन्द्र में रहते विकारों से बच कर उसकी कृपा दृष्टि में रहते हैं, और कई उसके आदेश अनुसार विकारों से ग्रस्त रहते हैं।

कई जीव उसके आदेश अनुसार, मोह-माया के लालच से निरोल निकल जाते हैं , पर कई जीव लालच वश फंसे रह जाते हैं।

यह बात बताई नहीं जा सकती कि परमात्मा किसको अपनी प्रशंसा का पात्र बना उसकी किश्ती पार निकाल देता है ।

हे नानक, जिस कारण, जीव को भाग्य (कृपा-दृष्टि) से इस का प्रकाश होता है, उसकी समझ गुरु द्वारा ही बनती है ।

#Aasa_di_Waar #SGGS page 7 Cont..

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