किसी ने ज्ञान बांटने के विषय पर क्या खूब कहा है कि "यदि हालात मुझे कहें कि तेरे पास जीने के मुश्किल से पांच मिनट ही बचे हैं,तो मैं चिंता करने के ढेर सा लिखना भर चाहूंगा।
कुछ लोग ऐसे भी थे, क्या अब भी हैं, जिनके कदम फुर्सत मिलते ही लाइब्रेरी की ओर लपकते हैं।
One Asked me "Should I kill myself, or have a book of Literature ?
यदि आप कोई वस्तु हैं,तो आप किसी से अपनी तुलना या प्रतिस्पर्धा मत कीजिए,जो हर कोई आपको सम्मान करेगा । अपने अंदर "दिल" और "ज़िगरा" पैदा कीजिए।
Seriously
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