#प्रक्रति_के_पांच_तत्व और #इनके_गुण
1. .आकाश, २. वायु, ३. अग्नि, ४. जल, ५. प्रथ्वी /
सभी तत्वों के अपने-अपने गुण हैं/
1..#आकाश; Space से आवाज़ sound है, जिसे शब्द भी कहते हैं/ हमें जो आवाज़ एक दुसरे को जो आवाज़ 'कान' के द्वारा मिलती है, वो इसी आकाश की तरंगों से हं तक पंहुचती हैं/
2. #वायु; wind/ वायु हमें यह शब्द नुमा आवाज़ को हम तक पंहुचाने में ट्रांसपोर्ट का काम तो करती ही है, साथ ही स्पर्श का गुण भी इसी में है, जो कि हमारे शरीर की 'त्वचा' (स्किन) महसूस करवाती है /.
3. #अग्नि; fire/ अग्नि के गुणों में आवाज़, स्पर्श के साथ 'दृष्टि' से दिखने वाला आकार (Shape) का गुण भी है कि आग चारों ओर फ़ैल रही है, कि उपर की दिशा पकड़ रही है/
4. #जल; Water/ जल (पानी में आवाज़, स्पर्श, आकार, के साथ स्वाद भी है कि मीठा या खारा या उसमे जो फ्लेवर मिला दो, वैसा / जो कि हमारी 'जीभ' इंद्रा महसूस करवाती है /
5. #प्रथ्वी; Earth/ प्रथ्वी हमें आवाज़, स्पर्शता, आकार, स्वाद के गुणों से अतिरिक्त 'गंध' (स्मेल) गंध सुगन्धित हो या दुर्गन्ध वो हमारी ;नाक' द्वारा प्रथ्वी के अनेक प्रकार के धातु जैसे भूमि से महसूस होती है /
हमारी प्रक्रति के पांच तत्व से हमारे शरीर की पांच इन्द्रियों से ये भी एक संबंध है/
🤔
#Seriously
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