Tuesday, 1 November 2022

Psychologically

हम जब अपने PC में कुछ फीड कर सेव करते हैं तो उम्मीद रखते हैं कि जब कभी जरूरत होगी वो हमारे द्वारा दिये कमांड से हूबहू सामने रख देगा।

पर जब हम अपने मस्तिष्क में कुछ भरते हैं तो पक्का नहीं कि वास्तव में हमें जब जरूरत होगी, सामने लाएगा या नहीं।

कारण क्लियर है कि मनुष्य के दिमाग के साथ मन जुड़ा है। उस मन में जज्बात व भावनाएं होती हैं। 

यह भावना अकेली कमांड से नहीं चलती। वो इसमें कुछ अच्छा या बुरा क्या है कि असल जानकारी जोड़ती है। वो जानकारी हमे अपनों से मिले ज्ञान से मिलती हैं जो आगे चलकर संस्कार को साथ लेकर जुड़ती हैं।

No comments:

Post a Comment