Monday, 13 June 2016

ध्यान

#ध्यान
ईश्वर चाहे भूल जाए ,
भक्ति से उतरता है ध्यान।
ईश्वर का चिंतन हो तो,
एकाग्रता से आता है ध्यान।
ईश्वर चित से चंचलता दूर हो,
साधना से उपजता है ध्यान।
ईश्वर के नाम कई ईष्ट बने,
धरा-सा रह जाता है ध्यान।
ईश्वर को ध्याता है जो,
विधाता मिलींन होता है ध्यान ।
ईश्वर प्राप्ति में निज़-स्वार्थ हो,
सिर पे चढ जाता है ध्यान।
ईश्वर स्मर्ति विचारों मे बने,
बार-बार आता है ध्यान।
ईश्वर आस्था से आश्वस्त हो,
गहरा डूब-सा जाता है ध्यान।
ईश्वर पथ पर चलने से कोई रोके,
भूल-सा जाता है ध्यान।
ईश्वर को निरंतर स्मर्ण रख,
दिल से लगाता है ध्यान।
ईश्वर के प्रति चिंतन हो, '
#गंभीर' ता से जगाता है ध्यान

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