Thursday, 9 June 2016

Happiness

वही इंसान खुश है , जो दूसरों के साथ खुद को भी माफ़ करना जानता है ।

वही आदमी खुश है, जो इस बात पर जोर नहीं देता की सिर्फ वही सही है । इस लिहाज़ से या तो कोई सही नहीं होता या सभी सही हो सकते हैं ।

वे गरीब खुश है, जिनकी गरीबी  ने उन्हें कठोर नहीं बनाया ।

वे अमीर सुखी हैं,जिनकी अमीरी ने उन्हें 'अहंकार' से नहीं भर  दिया ।

वह साहसी शख्स खुश है,जो अपनी जीत पर मिलने वाली 'ताली' और हार पर पड़ने वाली 'गाली' को एक तरह से लेते हैं ।

वह प्रेम काबिले तारीफ है, जिसमे दोनों एक दुसरे पर हक नहीं जताते ।

वे प्रेमी खुश हैं,जिनके प्यार को प्यार मिला ।
वे भी, जो प्रेम में हैं । और वे भी,जो बिना प्रेम के जीना जानते हैं ।

वे सब सुखी हैं, जो माफ़ करना जानते हैं,क्योंकि ख़ुशी उन्हें माफ़  करने से ही मिलेगी,इस उम्मीद से नहीं कि उन्हें इस बात का ईनाम मिलेगा ।

वे तमाम लोग सुखी हैं, जिनका दिल साफ़ है, क्योकि ऐसे साफ़ दिल लोग ही ईश्वर को देखने कि नज़र पाते हैं ।

वह शख्स सुखी है, जो किसी चीज़ कि चाहत रखता है, वह नहीं, जिसका ध्यान क्या मिला क्या नहीं में लगा रहता है ।

जार्ज लुई बोहेर्स (1899-1986 ) दुनिया के बेहतरीन कवि-लेखक "यह थे उनकी 'ख़ुशी' के बारे में उनके विचार ।

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