#राज्यसभा
दरअसल राज्यसभा उन लोगों की सदस्यता के लिये होनी चाहिये थी जो बुद्धिजीवी, विख्यात, प्रसिद्ध, रिटायर्ड, डॉक्टर, इंजीनिअर, विज्ञानिक, कलाकार, वकील, जज,खिलाड़ी सैनिक उद्योगपति हैं या थे, उनको मनोनित किया जाए । पर देखा यह जा रहा है कि कोई भी अयोग्य, हारा हुआ,दाग़ी,ऐरा गैरा, टटपूंजीआ एक दूसरी पार्टी की साठ गांड से, ले देकर बहुमत बना सदस्य चुन लिया जाता है ।और जिंदगी भर तनखाह, फण्ड,पेंशन,बंगला गाड़ी से ऐश उड़ाता है । किस योग्यता के आधार पर राजनैतक नेता राज्य सभा के मेंबर बनते है ?
कोई मेरी बात पर अपनी राय देगा ?
असल राट्रीय और राजनीतक पार्टीओं की एकता यहां और अपनी तनखाह बढ़ोतरी कराने के लिये होती है । इफ्तार का महीना है, देखो बगैर किसी धार्मिक और समाजिक भेदभाव, मतभेद के किसी न किसी पार्टी में गले मिलते हुए दावतें उड़ाएंगे ।
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