भोगों में रोग का भय,
ऊँचे कुल में पतन का भय,
धन हो तो खोने का भय,
मान में दीनता का भय,
बल में शत्रु का भय,
सुंदर रूप में उम्रदराजी का भय,
शास्त्र में विवाद का भय,
गुण में दृष्ट-जनों का भय,
शरीर को काल का भय |
इस संसार में मनुष्य के लिए सभी चीज़ें भयपूर्ण हैं |
भय से रहित सिर्फ वेराग्य है .....!!!!!!
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