#रूबरू *प्रत्यक्ष मिलन*
मेरा और सिर्फ मेरा निजी तज़ुर्बा (experience) है कि;-
*फ़ेस बुक* की गहरी मित्रता के समर्थक आख़िर जब आपसी मिलन की तड़प (yearning) के रहते *वैब कैंम*,(webcam) *मोबाइल*,(mobile) *व्हाट्सएप्प* (whatsApp) द्वारा प्रत्यक्ष *रूबरू* (flyby) होते हैं तो थोड़े समय बाद ही उनकी *तड़प* (Yearning) लगभग समाप्त सी हो जाती है ।
क्योंकि *भूख*, *प्यास*, *इंतज़ार*, *उत्साह* (excitement) *अचरज* (surprise) में जो मज़ा है वो *तृप्ति* (orgasm) में नहीं
इसीलिये हमे अपनी *तृष्णा* (thirst)को सदा क़ायम रखना चाहिए । तब तक !
जब तक कि परमात्मा का *संयोग* या *इतफ़ाक* (coincidence) *सहज स्वभाव* (inherent nature) *प्रकर्ति* वो मिलन ना कराए ।
Gurmeet Singh Gambhir
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