जातिवाद (Casteism) दो प्रजातियों में मतभेद के होने की वज़ह से होने वाला विवाद है।
विश्व मे भारत के अतिरिक्त किसी भी देश मे जातिवाद नही है।[1]
भारत मे जातिवाद का आरम्भ लगभग ६ठी शताब्दी (6th century AD) मे हुआ।
हमे यह जानना की अवश्यकता है कि 'जातिवाद' को कुछ मानव ने समाज मे अपनी विचारधाराओ को थोपा है, इसके फलस्वरूप आज हमे भारतीय समाज मे जातिगत विभाजन देखने को मिलता है।
भारत देश के विकास के लिये यह अनिवार्य हो गया है कि जातिवाद को समाप्त करने का सामूहिक प्रयास किया जाये।
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