Wednesday, 7 June 2017

मानसिकता

गुलामी की मानसिकता भारत के तन मन और मर्म तक क्यों जा बसी है ???

२५ रुपये की १०० ग्राम लेज़ चिप्स खाने वाला इतने पैसों में ६ केले भी खा सकता है |
१२० रूपये में मक्डोनाल्ड काम्बो का कोल्ड ड्रिंक और बर्गर खाने की जगह हम १०० रुपये की थाली से अपना पेट भर सकते हैं |
२० रुपये की २० ग्राम कैडबरी चोकलेट की जगह हम २० रुपये की १०० ग्राम छुहारा और नारियल खा सकते हैं|
अपने बच्चों को रोज चाकलेट ना खिलाकर उन्हें अंजीर और सेब भी खिलाया जा सकता है|
३०० रुपये किलो का केलोग कोंन्फ्लेक्स की जगह हम २० रुपये किलो का भुट्टा खरीद कर उसे उबाल कर सुखा कर रख सकते हैं |
क्या हमारी जीभ को भी फैशन अच्छा लगता है ?????
“पैसा और स्वास्थ्य कमाने से नही अपितु बचाने से और
अपनी आवश्यकता कम करने से ही संचय होता है ”

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