Tuesday, 7 March 2017

GambhirSays

अपने साधनों की सीमा को लांघकर कल्पना की उड़ान भरने वाले को तनाव ग्रस्त कहा जाता है।

When someone left, it's because someone else is about to join.

ऐवें ही कुछ भी!
"#GoToHell" "#भाड़_में_जाओ और #DontCare! की वर्डिंग, उस समय की सभी चिंताओं को मुक्त करती है।
Today's I M nt Serious.

भविष्य की चिंता से दूर आज कुछ अच्छा लिखने का मूड है, और अच्छे लेखन के समय कुछ और नहीं होता ।

ਜੋ ਮਿੱਤਰ ਆਪਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਚਿਕਨੀ-ਚੁਪੜੀ ਗਲਾਂ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਪਿੱਠ ਪਿੱਛੇ ਆਪਦੇ ਕੰਮ ਨੂੰ ਵਿਗਾੜ ਦਿੰਦਾ ਹੋਵੇ , ਉਸ ਨੂੰ ਤਿਆਗ ਦੇਣ ਵਿੱਚ ਹੀ ਭਲਾਈ ਹੈ ।ਉਹ ਉਸ ਭਾਂਡੇ ਦੇ ਮਾਫਿਕ ਹੈ, ਜਿਸ ਉੱਪਰ ਦੇ ਹਿੱਸੇ ਵਿੱਚ ਦੁੱਧ ਲਗਾ ਹੈ,ਮਗਰਲੇ ਪਾਸੇ ਜ਼ਹਿਰ ਭਰਿਆ ਹੈ ।

ਜੋ ਇਨਸਾਨ mistake  ਨਾ ਹੋਣ ਤੇ ਵੀ apologize ਕਰੇ, ਉਸ ਇਨਸਾਨ ਨੂੰ ਜਾਂ ਤਾਂ ਆਪ ਤੋਂ ਕੋਈ Expectation, ਜਾਂ ਉਹ ਇਨਸਾਨ ਆਪ ਦਾ lost ਨਹੀਂ ਚਾਹੁੰਦਾ.....!

समाज में विसंगतियाँ,सर्वत्र भय,भर्म का माहौल । गुरू ग्रन्थ साहिब ही एक मात्र सहारा। पाठ-पठन एंव आचरण में उतारने का प्रयास करके देखो!

A well-Edited Book's a Magic Carpet on wich V're wafted to a world tht V can't entr in any othr way.

यदि सच पर पहरा दो, तो किसी घटना को विशेष,याद रखने की जरूरत नहीं है, आप सच ही बोलोगे।

ਹਮੇਸ਼ਾ ਹੀ ਦਿਲ (ਮਨ) ਨਾਲ ਕੀਤਾ ਹੋਇਆ ਕੰਮ ਜਾਂ ਯਾਚਨਾ ਹਕੀਕਤ ਵਿੱਚ ਬਦਲਦੀ  ਹੈ, ਪਰ ਜੋ ਲੋਕ ਕੇਵਲ ਆਪਣੇ  ਸ਼ਰੀਰ ਅਤੇ ਜੁਬਾਨ  ਨੂੰ ਕਸ਼ਟ ਦੇ ਕੇ  ਆਪਣੀ ਗੱਲ ਮਨਵਾਉਣ ਵਿੱਚ ਯਕੀਨ ਰਖਦੇ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਕੋਈ ਭਲਾ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ।

#सुर_से_सुर_मिले_हमारा_तुम्हारा!

वैसे देखा जाए तो हमारे दिल की जो धड़कन है, वो बिना अपने किसी निजी स्वार्थ के निरंतर हमारे लिए सांस लेते, हमारी चेतन अवस्था (जागते हुए,होश ए हवास में), और अचेतन अवस्था (सोते हुए, सहज स्वभाव) एक संगीतज्ञ-लय (एक-रस) नियमित गति से चलती से चलती हुई, जैसे कह रही हो कि हे मनुष्य! बिना किसी साज़ (उपकरण) लय से लय मिला, प्रभु का नाम लेते हुए,या कदमों की चलती एक ताल गति की थपथपाहट, अथवा दीवार की घड़ी की टिक-टिक की धुन से "नाम" के सुर से सुर मिला कर चलके तो देख! यह सुर, साज़ जब से तेरे साथ है, जब से तूने मां के पेट में पहली सांस लेनी शुरू की थी ।

क्या हमने कभी प्रभु का सिमरन-बन्दगी करते हुए इस प्राकृतिक ध्वनि के सुरीले सुर से सुर मिलाया? आओ मिलकर यत्न करते हैं!

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