धूप छाव जे सम करि सहै, ता नानकु आखै,गुरु को कहै।।
जो मनुष्य दुख-सुख को एक जैसा समझता है । नानक कहते है, समझो, कि उसने अपने गुरु का कहा माना। When you look alike upon sunshine shade, then Guru will speak to you. Nanak Says 953-SGGS
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