धर्म को सही अर्थों में समझने की जरूरत है। धर्म मानवता की सर्वोत्तम कला है। वही धर्म है जो मानवता को सुख , शांति तथा कल्याण की राह पर चलाए।
धर्म को प्रत्येक समय,प्रत्येक जीवन, प्रत्येक क्षेत्र में धारण कर सकते हैं। हम धर्म के बिना एक पल भी नहीं रह सकते।
आज धर्म के नाम पर आडंबर हो रहे हैं। इस धर्म को स्वार्थी तत्वों ने व्यापार बना लिया है। आज जरूरत है इनसे सख्ती से, बचने तथा निभटने की।
Gambhir Says.
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