By Mistake V/s Without Mistake
कहते हैं न कि दूसरों की गलतियों से कुछ न कुछ सीखना चाहिए ।
क्योंकि वास्तविकता में हमारे पास जीवित रहने का इतना समय नहीं है कि पहले अपनी गलती करें, फिर उसे सुधारने की चेष्टा करें।
दूसरे की गलती को अपने काम के सुधार में, एक तो संकोच अथवा डर कम लगेगा, दूसरा वो काम बिना घबराहट और मज़बूती से होगा।
हमें दूसरों से लिये सबक और नए संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
Seriously
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